छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के पंडीराम मंडावी को मिला पद्मश्री सम्मान
नारायणपुर, 27 मई 2025: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के प्रतिभाशाली जनजातीय कलाकार पंडीराम मंडावी को उनके असाधारण योगदान के लिए 2025 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया है।

मंडावी, जो 68 वर्ष के हैं, पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र और लकड़ी के शिल्प में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए जाने जाते हैं, विशेष रूप से ‘बस्तर बांसुरी’ के निर्माण के लिए प्रसिद्ध हैं।
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा आयोजित समारोह में मंडावी को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया गया, जो राष्ट्रीय मंच पर आदिवासी कला की मान्यता का प्रतीक है। उनकी कला ने न केवल बस्तर की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित किया है, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर भी पहचान दिलाई है।

मंडावी के इस सम्मान से आदिवासी कला और शिल्प को पुनर्जीवित करने और बढ़ावा देने के प्रयासों को और मजबूती मिली है। यह पुरस्कार राष्ट्रीय गौरव को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने में उनकी भूमिका को रेखांकित करता है, जो सांस्कृतिक संरक्षण अध्ययनों और ऐसी पहलों द्वारा समर्थित है।
पंडीराम मंडावी का यह सम्मान न केवल उनके लिए, बल्कि छत्तीसगढ़ और पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है, जो पारंपरिक कला को जीवित रखने और इसे नई पीढ़ी तक पहुँचाने के प्रयासों को दर्शाता है।