छत्तीसगढ़ के हास्य कवि पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे की जयंती पर उनकी अंतिम काव्य संग्रह “मैं छत्तीसगढ़ बोलता हूँ” का विमोचन
रायपुर: छत्तीसगढ़ की साहित्यिक गरिमा को राष्ट्रीय फलक पर प्रतिष्ठा दिलाने वाले एवं छत्तीसगढ़ की साहित्यिक परंपरा को हास्य-व्यंग्य के माध्यम से राष्ट्रीय मंच पर प्रतिष्ठित करने वाले सुविख्यात हास्य कवि एवं पद्मश्री सम्मानित स्व. डॉ. सुरेंद्र दुबे के अंतिम काव्य संग्रह “मैं छत्तीसगढ़ बोलता हूँ” का लोकार्पण उनकी जयंती पर डॉ. सुरेंद्र दुबे फाउंडेशन के तत्वावधान में शुक्रवार 8 अगस्त को महाराजा अग्रसेन ऑडिटोरियम समता कॉलोनी रायपुर में किया जाएगा। यह संग्रह छत्तीसगढ़ की आत्मा को स्वर देने वाली कविताओं का संग्रह है, जो डॉ. दुबे की रचनात्मक परिपक्वता और उनके गहरे सामाजिक सरोकारों को दर्शाता है। डॉ. सुरेन्द्र दुबे की साहित्यिक विरासत छत्तीसगढ़ ही नहीं, पूरे हिंदी जगत के लिए प्रेरणास्रोत है। “मैं छत्तीसगढ़ बोलता हूँ” उनका अंतिम रचनात्मक संदेश है, जो आने वाली पीढ़ियों को अपनी जड़ों से जुड़ने और बोलने की शक्ति देगा।

इस काव्य संग्रह के विमोचन समारोह के मुख्य अतिथि विष्णु देव साय मुख्यमंत्री होंगे। अध्यक्षता डॉ. रमन सिंह विधानसभा अध्यक्ष करेंगे। विशिष्ट अतिथि अरुण साव उपमुख्यमंत्री एवं छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री दयालदास बघेल, लखनलाल देवांगन, श्याम बिहारी जायसवाल, टंकराम वर्मा, लक्ष्मी राजवाड़े, किरण सिंह देव विधायक जगदलपुर, सरोज पांडेय होंगे। विमोचन समारोह में प्रदेश के साहित्य, कला और संस्कृति जगत से जुड़े लोग उपस्थित रहेंगे।