पहलगाम की बहनों को समर्पित मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की कविता, भारतीय सेना की कार्रवाई को सलाम
रायपुर, 7 मई 2025: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भारतीय सेना द्वारा किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता पर गर्व और भावुकता व्यक्त करते हुए एक कविता साझा की है। यह कविता उन्होंने पहलगाम की उन बहनों को समर्पित की है, जिन्होंने हाल ही में हुए आतंकी हमले में अपने प्रियजनों को खोया।


मुख्यमंत्री साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी कविता साझा करते हुए लिखा:
लिख चुके हैं फिर लिखेंगे बार-बार इतिहास में
होंगे शत्रु सदा विफल हमसे द्वन्द के प्रयास में
तुमने कहा “मोदी को बोलो” मृत्यु के उपहास में
अब सुनो हमारा गर्जन अपनी अंतिम साँस में
गौरवान्वित और भावुक महसूस करते हुए यह पंक्तियाँ पहलगाम की हर बहन को समर्पित कर रहा हूँ।
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ऑपरेशन सिंदूर: पहलगाम हमले का जवाब
“ऑपरेशन सिंदूर” भारतीय सेना द्वारा 7 मई 2025 को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर किए गए हवाई हमलों का कोडनेम है। यह कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की मौत हुई थी। उस हमले में आतंकियों ने पुरुषों को निशाना बनाया, विशेष रूप से हिंदू पुरुषों को, और महिलाओं को यह संदेश देने के लिए छोड़ दिया कि वे इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाएं।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस ऑपरेशन में आतंकी संगठनों के ठिकानों को सटीकता के साथ नष्ट किया गया। भारतीय सेना ने कहा, “न्याय हो गया।
जय हिंद!” इस ऑपरेशन का नाम “सिंदूर” इसलिए रखा गया क्योंकि सिंदूर हिंदू विवाहित महिलाओं का प्रतीक है, और यह उन महिलाओं के सम्मान में था जिन्होंने पहलगाम हमले में अपने पतियों को खो दिया।
पहलगाम हमले की भयावहता
पहलगाम हमले में एक पर्यटक पल्लवी ने अपनी आपबीती साझा करते हुए बताया कि आतंकियों ने उनके पति मंजुनाथ को मार डाला। पल्लवी और उनके 18 साल के बेटे ने आतंकियों से खुद को भी मारने की गुहार लगाई, लेकिन आतंकियों ने उन्हें छोड़ दिया और कहा, “जाओ, मोदी को बोलो।” पल्लवी ने बताया कि हमले में ज्यादातर हिंदू पुरुषों को निशाना बनाया गया, जबकि महिलाओं और बच्चों को छोड़ दिया गया।
ऑपरेशन सिंदूर की प्रतीकात्मकता
ऑपरेशन का नाम “सिंदूर” इसलिए चुना गया क्योंकि यह पहलगाम हमले में विधवा हुई महिलाओं की पीड़ा और उनके बलिदान को दर्शाता है। 22 अप्रैल को सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हुई थी, जिसमें एक हिंदू महिला अपने पति के शव के पास चुपचाप बैठी थी। यह तस्वीर हमले की भयावहता का प्रतीक बन गई थी।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
भारत ने इस ऑपरेशन से पहले अमेरिका, रूस, ब्रिटेन और सऊदी अरब जैसे देशों को इसकी जानकारी दी थी। भारतीय सेना ने कहा कि यह कार्रवाई संयमित और आतंकवाद के खिलाफ थी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी ने भी सेना के इस कदम का समर्थन किया।
मुख्यमंत्री साय का संदेश
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की कविता में आतंकियों के उस संदेश का जवाब है जिसमें उन्होंने कहा था, “मोदी को बोलो।” साय ने अपनी कविता के जरिए यह संदेश दिया कि भारत अब चुप नहीं रहेगा और आतंकवाद का जवाब अपनी ताकत से देगा। उनकी कविता में देशभक्ति और पहलगाम की महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना झलकती है।