छत्तीसगढ़ी फिल्म गुईयां 2 देखने उमड़ी भीड़, फिल्म को मिल रहा दर्शकों का प्यार
रायपुर। शुक्रवार को रिलीज हुई छत्तीसगढ़ी फिल्म गुईयां 2 भले ही नशे के खिलाफ बनी है लेकिन इसका तोड़ फिल्म के अंत तक नहीं बताया गया। इसका तोड़ देखना है तो आपको गुईयां 3 का इंतजार करना पड़ेगा जिसमें दर्शक चिंटम बॉय मन कुरैशी को एक दमदार रोल में देखेंगे। दर्शक प्रकाश अवस्थी, दिलेश साहू, जीत शर्मा, अनिकृति चौहान, दीक्षा जायसवाल को देखने नहीं बल्कि भैरा कका अमलेश नागेश को देखने के लिए सिनेमा घर पहुंचे हुए थे।

अगर बात गुईयां 2 की करें तो इसमें अमलेश नागेश अपने गांव में नशे के खिलाफ नशा मुक्ति अभियान चलाते है लेकिन उसे भी नशे गांव के कुछ चंद लोग मिलकर फंसने के लिए उसकी बहन की शादी से पहले उसके घर में शराब की बोतलें रख देते है और उसके दोस्त विधायक बहन की शादी तक अमलेश की गिरफ्तारी पर रोक लगा देते है। इन सबके बीच प्रकाश अवस्थी और जीत शर्मा को अमलेश अपने नशा मुक्ति अभियान के तहत काफी नुकसान पहुंचाते है और दिलेश साहू अपने भाई के मर्डर का बदला लेने के लिए अमलेश को नुकसान पहुंचाने के लिए गांव आ जाते है और कई तरीकों से उसे नुकसान पहुंचाते है। गांव भले ही नशा मुक्त रहता है लेकिल चोरी-छीपे लोग कहीं न कहीं से नशा करके आ ही जाते है जिसमें अमलेश के दोस्त भी इसका शिकार हो जाते है और उसकी मौत हो जाती है, वहीं एक दोस्त कर्ज में डूब जाने की वजह से फांसी लगा लेता है। इस फिल्म के माध्यम से लोगों को नशे से दूर रहने की सलाह तो दी गई है लेकिन फिल्म में यह नहीं बताया गया हैं कि नशे से कैसा छूटकारा पाया जा सकता है।
2 घंटा 25 मिनट की इस फिल्म में दर्शक सिर्फ एक ही बार झूमते नजर आए और वह भी अमलेश नागेश के ऊपर फिल्माया गया फिल्म के दूसरे गाने पर। फिल्म में अधिकांश गाने तो अच्छे है लेकिन बैकग्राउंड म्यूजिक में इतना ज्यादा साउंड डाल दिया गया है कि दर्शकों को समझ ही नहीं आता। अमलेश नागेश, दीक्षा जायसवाल, प्रकाश अवस्थी और दिलेश साहू ने अपने-अपने किरदार में अच्छा अभिनय किया है लेकिन दीक्षा जायसवाल के सामने अनिकृति चौहान के पूरे फिल्म में आधे रोल को काफी सराहा गया। एन माही फिल्म्स प्रोडक्शन छत्तीसगढ़ के निर्माता, फाइट, एक्शन डिजाइनर मोहित कुमार साहू ने बताया कि सबसे ज्यादा समय एक्शन को शूट करते हुए 25 दिन लग गए यह बात सही है क्योंकि नशे के विरुद्ध इस फिल्म में एक्शन सीन ही ज्यादा है, फिल्म की शुरुआत से लेकर अंत तक सिर्फ दर्शकों को एक्शन ही एक्शन देखने को मिले।