1200 करोड़ की लागत से बन रही ‘रामायण’ का Glimpse हुआ रिलीज, गानों में दिखेगा कवि डॉ. कुमार विश्वास के लेखन का जादू
Ramayan Glimses : सोशल मीडिया पर ‘रामायण’ फिल्म का टीजर ट्रेंड कर रहा है। बड़े पर्दे पर भगवान राम की कहानी की इस भव्य प्रस्तुति के प्रति लोगों के मन में जबरदस्त उत्सुकता देखने को मिल रही है। फिल्म की भव्यता सुनिश्चित करने के लिए हॉलीवुड के सबसे बड़े एक्शन निर्देशक गाय नॉरिस भी फ़िल्म से जुड़े रहे हैं। दंगल फेम नितेश तिवारी के निर्देशन में बन रही यह फिल्म दो भागों में रिलीज होगी। फिल्म का पहला भाग अगले साल 2026 की दिवाली पर रिलीज होगा और दूसरे भाग को उसके ठीक एक साल बाद 2027 में दिवाली के अवसर पर ही रिलीज किया जाएगा।

कितना है फिल्म का बजट
फिल्म के संदर्भ में इस बात की चर्चा भी हो रही है कि यह भारतीय सिनेमा इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी बजट की फिल्म है जिसके दोनों भागों को बनाने के लिए लगभग 1200 करोड़ से भी अधिक की राशि लग रही है। फिल्म में रणवीर कपूर भगवान राम, साई पल्लवी सीता और यश रावण की भूमिका में दिखाई देंगे। फ़िल्म के गाने ऑस्कर विजेता एआर रहमान के सुर से सजे हुए हैं जिसमें कवि एवं रामकथा वाचक डॉ कुमार विश्वास के लेखन का जादू दिखाई देगा। डॉ. कुमार विश्वास के गीत आज के समय में सर्वाधिक लोकप्रिय हैं तथा फिल्मों में यदा-कदा लेखन के बावजूद इससे पहले भी उनके फिल्मी गीतों का जादू लोगों के सर चढ़कर बोलता रहा है।
पहले कुमार ने लिखा ये गाना
बीते दिनों अक्षय कुमार की फिल्म मिशन रानीगंज में बी प्राक की आवाज से सजा उनका गाना ‘हम साथ चलें तो जीतेंगे’ लोगों को बहुत पसंद आया था तथा उसके बाद से ही वह गाना जीत के उत्सवों के लिए अनिवार्य बन चुका है जिसे बहुधा राजनीतिक रैलियों से लेकर क्रिकेट के मैदानों तक हर जगह सुना जाता है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले रामायण पर आधारित फिल्म आदिपुरुष बहुत बड़े बजट की होने के बावजूद सफल नहीं हो पायी थी क्योंकि लोगों को फिल्म की कहानी व संवाद आपत्तिजनक लगे थे। इन बातों को ध्यान में रखते हुए इस बार फिल्म के निर्माताओं व निर्देशकों को गानों के लिए भी एक ऐसे व्यक्ति की तलाश थी जिसका अध्य्यन एवं शब्दों की पकड़ रामकथा जैसे बड़े विषय के साथ पूरा न्याय कर सके। सोशल मीडिया पर यह चर्चा भी देखने को मिल रही है कि इसलिए ही निर्माता-निर्देशकों ने गीतों के लिए डॉ कुमार विश्वास जी से संपर्क किया है ताकि रामकथा पर उनकी समझ व उनके शब्दों की लोकग्राह्यता फिल्म को किसी भी आशंकित विवाद से बचाते हुए उसे लोकप्रिय बना सके।