उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रचा इतिहास, बने यूपी के सबसे लंबे कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री
उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने एक इतिहास रच दिया है. वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर सबसे लंबे वक्त तक पद पर रहने वाले पहले नेता बन गए हैं.उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में 8 साल 192 दिनों का कार्यकाल पूरा कर लिया है. इससे पहले गोविंद बल्लभ पंत के पास सबसे अधिक वक्त तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड है.

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब तक 8 साल 132 दिन का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं. योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च, 2017 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के 22वें मुख्यमंत्री हैं. वे गोरखनाथ मठ के महंत भी हैं. वे पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने पूर्ण कार्यकाल के बाद दोबारा लगातार पद संभाला है.2022 में वे लगातार दूसरी बार सीएम बने.
योगी आदित्यनाथ ने 1998 में 26 साल की उम्र में गोरखपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर राजनीति में कदम रखा था. वे देश के सबसे युवा सांसदों में शामिल थे. वह लगातार पांच बार गोरखपुर से लोकसभा पहुंचे.
योगी आदित्यनाथ ने 1998 में 26 साल की उम्र में गोरखपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर राजनीति में कदम रखा था. वे देश के सबसे युवा सांसदों में शामिल थे. वह लगातार पांच बार गोरखपुर से लोकसभा पहुंचे.
योगी आदित्यनाथ ने 1998 में 26 साल की उम्र में गोरखपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर राजनीति में कदम रखा था. वे देश के सबसे युवा सांसदों में शामिल थे. वह लगातार पांच बार गोरखपुर से लोकसभा पहुंचे.
योगी आदित्यनाथ ने 1998 में 26 साल की उम्र में गोरखपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर राजनीति में कदम रखा था. वे देश के सबसे युवा सांसदों में शामिल थे. वह लगातार पांच बार गोरखपुर से लोकसभा पहुंचे.
वह लगातार पांच बार गोरखपुर से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए. वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान वे बीजेपी के सबसे प्रमुख और प्रभावशाली चेहरों में शामिल रहे. इसी चुनाव में पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला और 19 मार्च 2017 को योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने.
सीएम योगी मुख्यमंत्री के साथ-साथ गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मठ के महंत यानी मुख्य पुजारी भी हैं. योगी आदित्यनाथ के आध्यात्मिक गुरु महंत अवैद्यनाथ के निधन के बाद से उन्होंने महंत का पदभार संभाला था. वे 2014 से गोरखनाथ मठ के महंत के रूप में कार्य कर रहे हैं.