जीवन परिचय

Happy Birthday Sonu Nigam: चार साल की उम्र में रफी साहब के गाने से शुरू किया सफर, अपनी सुरीली आवाज से लोगों को बनाया दीवाना

Sonu Nigam Birthday: लोकप्रिय सिंगर सोनू निगम आज 30 जुलाई को अपना जन्मदिन मना रहे हैं। उन्होंने चार साल की उम्र में माइक थामकर अपनी सुरीली आवाज से लोगों को दीवाना बना लिया। जन्मदिन पर जानते हैं सिंगर से जुड़े रोचक किस्से….

गायिकी की दुनिया में सोनू निगम का नाम बड़े सम्मान से लिया जाता है। 90 और 2000 के दशक में उन्होंने संगीत प्रेमियों के दिलों पर राज किया। 30 जुलाई 1973 को हरियाणा के फरीदाबाद में जन्मे सोनू निगम को गायिकी का हुनर परिवार से विरासत में मिला। उनके पिता अगम कुमार निगम स्टेज और शादी-समारोह में गाया करते। गायिकी का हुनर पिता से सोनू निगम को भी मिला। आज 30 जुलाई को जन्मदिन पर जानते हैं गायक से जुड़े किस्से।

सोनू निगम जब महज चार साल के थे, तब इस नन्ही उम्र में उन्होंने गाना शुरू कर दिया। इसी उम्र में उनके माता-पिता ने उन्हें मोहम्मद रफी के गानों से रूबरू करवाया था। नन्ही सी उम्र में सोनू निगम ने मोहम्मद रफी का गाना ‘क्या हुआ तेरा वादा’ गाया था। यह गाना फिल्म ‘हम किसी से कम नहीं’ का था। सोनू निगम ने चार वर्ष की उम्र में यह गाना पिता के साथ पहली बार मंच पर गाया और फिर स्टेज पर परफॉर्म करने का सिलसिला शुरू हो गया। 18-19 की उम्र में सिंगर के पिता उन्हें बॉलीवुड में करियर बनाने के लिए मुंबई लेकर आए। यहां उन्होंने हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान से प्रशिक्षण लिया।

सोनू निगम के गायन करियर की बात करें तो उन्होंने पहली बार ‘जानम’ (1990) फिल्म के लिए गाया। मगर, यह फिल्म कभी रिलीज नहीं हुई। सोनू निगम की पहली ही फिल्म ठंडे बस्ते में चली गई। फिर उन्होंने अपने करियर की शुरुआत डीडी1 के धारावाहिक ‘ तलाश ‘ (1992) के गाने ‘हम तो छैला बन गए’ से की। सोनू निगम का पहला फिल्मी गाना ‘ओ आसमानवाले’ फिल्म ‘आजा मेरी जान’ (1993) का था।

सोनू निगम की गायिकी पर दिवंगत दिग्गज गायक मोहम्मद रफीं का काफी प्रभाव रहा है। वे उन्हें अपना गुरू मानते हैं, इसका खुलासा कई बार कर चुके हैं। शुरुआती दिनों में वो रफी साहब के गाने ही स्टेज पर गाया करते थे। अपने पहले एल्बम ‘रफी की यादें (1992)’ में भी सोनू निगम ने उनके ही गाने गाए हैं। सोनू निगम ने एक इंटरव्यू में भी यह खुलासा किया कि वे अपने माता-पिता को अपना गुरू मानते हैं, मगर इनके बाद मोहम्मद रफी को वे गुरू का दर्जा देते हैं, क्योंकि उनसे बहुत कुछ सीखा है।

सोनू के जीवन में सबसे बड़ा बदलाव तब आया जब उन्हें ‘सारेगामा’ शो होस्ट करने का मौका मिला। साल 1995 में ये शो प्रसारित हुआ। इसके बाद उनकी मुलाकात टी सीरीज के मालिक गुलशन कुमार से हुई। सोनू निगम की आवाज से प्रभावित होकर गुलशन कुमार ने सोनू को फिल्म ‘बेवफा सनम’ में गाने का मौका दिया। फिल्म में उनका गाया गाना ‘अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का’ जबरदस्त हिट हुआ और इंडस्ट्री में उन्हें पहचान मिली। इसके बाद सोनू की सफलता का जो सफर शुरू हुआ उस पर वो आगे ही बढ़ते रहे। सोनू की आवाज शाहरुख और आमिर जैसे दिग्गज कलाकारों पर फिट बैठती है।

क्या आपको पता है कि एक गाना गाते हुए सिंगर के मुंह से खून निकल आया था। वह गाना है फिल्म ‘परदेस’ का ‘ये दिल दीवाना’, जो शाहरुख खान पर फिल्माया गया। हुआ यह कि जब सिंगर गाना रिकॉर्ड करने के लिए स्टूडियो पहुंचे तो सुभाष घई ने उनसे कहा था कि सोनू ये गाना तुम्हें इतने दर्द के साथ गाना है कि तुम्हारे गले खून निकलना चाहिए। सोनू निगम ने सुभाष घई की इस बात को इतना सीरियस ले लिया कि उन्होंने इस गाने को बेहतरीन बनाने के लिए अपनी सारी जान झोंक दी। हैरानी की बात है कि गाने की रिकॉर्डिंग खत्म की तो सच में उनके गले से खून निकल आया, जो उन्होंने सुभाष घई को दिखाया भी था। इसका खुलासा खुद सुभाष घई एक सिंगिंग रियलिटी शो के स्टेज पर कर चुके हैं। यह गाना खूब हिट हुआ।

सोनू निगम ने सिंगिंग की दुनिया में अपना एक अलग स्थान बनाया है। इसके अलावा वे अभिनय की दुनिया में भी किस्मत आजमा चुके हैं। इसकी शुरुआत भी बतौर बाल कलाकार कर दी थी। उन्होंने ‘प्यारा दुश्मन’, ‘उस्ताद उस्तादी से’, ‘बेताब’, ‘हमसे है जमाना’ और ‘तकदीर’ जैसी फिल्मों में बाल कलाकार के रूप में काम किया। बाद में फिल्म ‘जानी दुश्मन’ से उन्होंने एक्टिंग डेब्यू किया। इसके अलावा वे ‘लव इन नेपाल’, ‘काश आप हमारे होते’ जैसी फिल्मों में बतौर अभिनेता नजर आए। हालांकि, उनका एक्टिंग करियर सफल नहीं रहा।

सोनू निगम के सैंकड़ों गाने संगीतप्रेमियों की फेवरेट लिस्ट में शामिल हैं। मगर, खुद सोनू निगम का अपना गाया जो गाना दिल के करीब है वह है फिल्म ‘कल हो ना हो’ का ‘हर घड़ी बदल रही है’। एक इवेंट में सोनू निगम ने कहा था, ‘मुझे खद का पता है, मुझे बाकियों का नहीं पता लेकिन, यह वो गाना है, जब टीवी पर लिखा हुआ आ रहा होगा कि मशहूर गायक सोनू निगम का निधन तो, पीछे ये गाना बज रहा होगा। इससे ऊपर कोई गाना नहीं है मेरी लाइफ में’।

अंक ज्योतिष में विश्वास के चलते सोनू निगम ने एक बार अपना नाम सोनू निगम ( Nigam) से बदलकर सोनू निगम ( Niigaam) कर लिया था। हालांकि, बाद में उन्होंने फिर अपना नाम वही कर लिया, जो उन्हें जन्म के बाद मिला।

सोनू निगम ने 15 फरवरी, 2002 को मधुरिमा मिश्रा से शादी की थी। इनकी मुलाकात एक कार्यक्रम के दौरान हुई। पहली ही मुलाकात में दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे। करीब सात साल की डेटिंग के बाद इन्होंने शादी रचाई। बता दें कि मधुरिमा बंगाली परिवार से ताल्लुक रखती हैं। दोनों एक बेटे नुवान के माता-पिता हैं। नुवान तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने मशहूर गाने ‘कोलावरी डी’ का अपना वर्जन गाया था। सोनू निगम केवल हिंदी भाषा में ही गाने नहीं गाते, बल्कि वो बंगाली, मराठी, कन्नड़, मलयालम, तमिल, तेलुगु, भोजपुरी, गुजराती, छत्तीसगढ़ी, ओडिया, नेपाली, तुलु और मीतई भाषा में भी गा चुके हैं। उन्होंने ‘ब्लू’ फिल्म में ऑस्ट्रेलियन गायिका काइली मिनॉग के साथ ‘चिगी विगी’ गाना गाया था।

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