एमएनएस सुप्रीमो राज ठाकरे की एक बार फिर शिवसेना-यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे से हुई मुलाकात
Raj And Uddhav Thackerey Meeting: बीएमसी के चुनाव बहुत अहम माने जाते हैं। साल 2017 के बीएमसी चुनाव में 42 में से 24 वार्ड शिवसेना (तब अविभाजित) ने जीते थे। जबकि, राज ठाकरे की एमएनएस के प्रत्याशी सिर्फ 3 सीट पर ही पार्टी का परचम फहरा सके थे। फिलहाल महाविकास आघाड़ी में भी खींचतान की खबर आती रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि जिस तरह राज और उद्धव ने बेस्ट यूनियन का चुनाव मिलकर लड़ा, बीएमसी का भी लड़ सकते हैं।
एमएनएस सुप्रीमो राज ठाकरे की एक बार फिर शिवसेना-यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात हुई है। जानकारी के मुताबिक रविवार को उद्धव की पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय राउत के पौत्र का नामकरण समारोह था। इस कार्यक्रम में उद्धव और राज ठाकरे पहुंचे थे। इसके बाद राज ठाकरे ने मातोश्री जाकर उद्धव ठाकरे से काफी देर बात की। माना जा रहा है कि मुंबई महानगर पालिका यानी बीएमसी और महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनाव के लिए राज और उद्धव ठाकरे गठबंधन कर सकते हैं। इसी सिलसिले में दोनों के बीच बातचीत के कयास लगाए जा रहे हैं।
इस साल राज और उद्धव ठाकरे की ये तीसरी मुलाकात है। हिंदी विरोध और मराठी के समर्थन में राज और उद्धव ठाकरे ने 5 जुलाई 2025 को मंच साझा किया था। जिसके बाद 27 जुलाई को उद्धव ठाकरे के 65वें जन्मदिन पर बधाई देने के लिए राज ठाकरे मातोश्री पहुंचे थे। वहीं, गणेश चतुर्थी के पर्व पर उद्धव ठाकरे अपने चचेरे भाई राज ठाकरे के घर गए थे। राज और उद्धव ठाकरे ने मिलकर बेस्ट कर्मचारी सहकारी क्रेडिट सोसाइटी की 21 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उनके गठबंधन को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी। इसके बाद रविवार को राज ठाकरे और उद्धव की ये पहली मुलाकात थी।
दरअसल, बीएमसी के चुनाव बहुत अहम माने जाते हैं। साल 2017 के बीएमसी चुनाव में 42 में से 24 वार्ड शिवसेना (तब अविभाजित) ने जीते थे। जबकि, राज ठाकरे की एमएनएस के प्रत्याशी सिर्फ 3 सीट पर ही पार्टी का परचम फहरा सके थे। जिस तरह एकनाथ शिंदे और बीजेपी के एकजुट होने से उद्धव ठाकरे की शिवसेना-यूबीटी समेत अन्य दलों की महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में दुर्गति हुई और महाविकास आघाड़ी में खींचतान चल रही है, उसे देखते हुए ही उद्धव और राज ठाकरे को साथ लाने की चर्चा दोनों दलों के नेताओं ने करनी शुरू कर दी। हालांकि, अभी उद्धव और राज ने ये एलान नहीं किया है कि वे महाराष्ट्र में होने वाले अगले चुनाव मिलकर लड़ेंगे।