बीजापुर के पेद्दाकोरमा गांव में नक्सलियों ने की 3 लोगों की हत्या, 7 ग्रामीणों को बेरहमी से पीटा
बीजापुर: छत्तीसगढ़ में मंगलवार को नक्सलियों ने एक कायराना हरकत को अंजाम दिया. बीजापुर जिले में नक्सलियों ने तीन ग्रामीणों की हत्या कर दी. पुलिस ने बताया कि नक्सलियों ने शाम को पेद्दाकोरमा (नयापारा) गांव के तीन निवासियों की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी.12 ग्रामीणों के अपहरण की खबरें। जबकि 7 ग्रामीणों के साथ बेरहमी से मारपीट की है,

बीजापुर ब्रेकिंग –
नक्सलियों की एक बार फिर कायराना करतूत।
पेद्दाकोरमा गांव में नक्सलियों ने की 3 लोगों की हत्या।
मृतकों में एक छात्र और दो आत्मसमर्पित नक्सलियों के रिश्तेदार शामिल।
मृतकों के नाम झींगु मोडियम, सोमा मोडियम और अनिल माड़वी।
7 ग्रामीणों को बेरहमी से पीटा, गंभीर रूप से घायल।
नक्सली नेता वेल्ला और उसकी टीम ने दिया घटना को अंजाम।
बीजापुर एसपी डॉ. जितेंद्र यादव ने की पुष्टि।
बता दें कि बीते दिनों नक्सलियों के लगाए आईईडी की चपेट में आने से एएसपी आकाश राव गिरिपुंजे शहीद हो गए थे. तीन ग्रामीणों की हत्या के बाद से इलाके में सर्चिंग अभियान को तेज कर दिया गया है. पुलिस पार्टी भी नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश देने के लिए रवाना कर दी गई है.
बीजापुर में चल रहा एंटी नक्सल ऑपरेशन
हालांकि पेद्दाकोरमा गांव में जिन तीन ग्रामीणों की हत्या की गई है, उसकी वजह फिलहाल सामने नहीं आ पाई है. बस्तर और खासकर नक्सल प्रभावित बीजापुर में लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन को तेज किया जा रहा है. एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान चल रहे सर्चिंग अभियान से नक्सली बैकफुट पर हैं. नक्सली अपने पकड़े और मारे जाने के डर से इस तरह की कायराना हरकत को अंजाम दे रहे हैं.
नक्सलियों के खात्मे की डेडलाइन
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा साफ कह चुके हैं कि तय समय सीमा के भीतर नक्सलवाद का सफाया कर दिया जाएगा. 31 मार्च 2026 तक माओवाद के खात्मे की डेडलाइन रखी गई है. जैसे-जैसे डेडलाइन नजदीक आती जा रही है, नक्सलियों में तेजी से घबराहट भी बढ़ती जा रही है. विजय शर्मा ने साफ कर दिया है कि मानसून के दौरान भी एंटी नक्सल ऑपरेशन जारी रहेगा.
बता दें कि 9 जून 2025 को इसी तरह नक्सलियों ने कायराना हरकत की थी. सुकमा जिले के डोंदरा गांव के पास नक्सलियों द्वारा बिछाए गए IED विस्फोट में ASP आकाश राव गिरिपुंजे शहीद हो गए थे. उनकी शहादत ने न केवल उनके परिवार को बल्कि पूरे राज्य को गहरा दुख पहुंचा था.