संभल में योगी सरकार का बुलडोजर एक्शन, तालाब पर अवैध कब्जा कर बनाई गई मस्जिद जमींदोज
Bulldozer Action In Sambhal: संभल प्रशासन ने इससे पहले भी कहा था कि जिले में कहीं भी अवैध कब्जा नहीं होने दिया जाएगा। प्रशासन ने ये भी कहा था कि हर हाल में सभी अवैध कब्जे हटाकर सरकारी जमीन को खाली कराया जाएगा। संभल शहर और आसपास के इलाकों में प्रशासन पहले भी अवैध कब्जों को ढहाने का काम कर चुका है। अब असमोली थाना इलाके के एक गांव में योगी सरकार के निर्देश पर प्रशासन ने बुलडोजर एक्शन किया है।
यूपी के संभल में प्रशासन ने गुरुवार को सरकारी जमीन पर हुए अवैध कब्जे हटाने की कार्यवाही बड़े पैमाने पर की। संभल के असमोली थाना इलाके में बड़ी तादाद में पुलिसबल लगाकर बुलडोजर से अवैध अतिक्रमण ढहाए गए। जिन अवैध अतिक्रमण को हटाया गया, उसमें एक मस्जिद, बारात घर और मदरसा भी हैं। ग्राम समाज की जमीन पर मस्जिद, मदरसा और बारात घर बनाए गए थे। संभल में इससे पहले भी प्रशासन कई जगह अवैध कब्जा हटाने के लिए बुलडोजर एक्शन कर चुका है। ताजा कार्रवाई के जरिए सरकारी जमीनों को प्रशासन मुक्त करा रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशभर में प्रशासन को अवैध कब्जे हटाने का पहले से आदेश दे रखा है।
जानकारी के मुताबिक असमोली थाना क्षेत्र के एक गांव में तालाब पर अवैध कब्जा किया गया। इसके बाद यहां अवैध तरीके से ढांचे बनाए गए। 20 जून 2025 को प्रशासन ने तालाब पर हुए अवैध कब्जों को चिन्हित किया था। इसके बाद 10 जुलाई को कब्जेदारों को नोटिस भेजकर अवैध निर्माण हटाने के लिए कहा गया था। तालाब की जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों ने अपना निर्माण नहीं हटाया। जिसकी वजह से बड़ी संख्या में पुलिस तैनात कर प्रशासन ने बुलडोजर लगाए और अवैध निर्माणों को जमींदोज करने का काम किया। संभल के डीएम राजेंद्र पैंसिया और एसपी केके बिश्नोई भी इस दौरान मौके पर रहे।
संभल प्रशासन ने इससे पहले भी कहा था कि जिले में कहीं भी अवैध कब्जा नहीं होने दिया जाएगा। प्रशासन ने ये भी कहा था कि हर हाल में सभी अवैध कब्जे हटाकर सरकारी जमीन को खाली कराया जाएगा। संभल में 24 नवंबर 2024 को कोर्ट के आदेश पर शाही जामा मस्जिद के कमिश्नर सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी। इस हिंसा के बाद ही सरकार के आदेश पर प्रशासन ने संभल जिले में एक-एक कर अवैध कब्जों को तलाशा और उनको हटाने का काम किया। अवैध कब्जों में मदरसा और अन्य निर्माण भी पहले हटाए जा चुके हैं। इसके अलावा बिजली चोरी के खिलाफ भी बड़ा अभियान छेड़ा गया था। जिसकी जद में संभल से सपा के सांसद जियाउर्रहमान बर्क भी आए.