जिला प्रशासन कोरिया और इसरो स्पेस ट्यूटर – मुस्कान फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से स्थापित की गई “स्पेस स्किल लैब”, राज्यपाल रमेन डेका ने किया शुभारंभ
बैकुंठपुर: वैज्ञानिक शिक्षा और नवाचार को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका ने आज जिला कोरिया के शासकीय मॉडल बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बैकुंठपुर में राज्य की पहली “स्पेस स्किल लैब” का शुभारंभ किया।

यह लैब जिला प्रशासन कोरिया और इसरो स्पेस ट्यूटर – मुस्कान फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से स्थापित की गई है। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में अंतरिक्ष विज्ञान, खगोलशास्त्र तथा उभरती प्रौद्योगिकियों के प्रति जिज्ञासा, रचनात्मकता और प्रायोगिक सीख को प्रोत्साहित करना है।

इस लैब का नाम ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (ISRO Space) के सम्मान में रखा गया है, ताकि उनके प्रेरणादायक योगदान से विद्यार्थी भारत के अग्रणी अंतरिक्ष वैज्ञानिकों और नवप्रवर्तकों के पदचिह्नों पर चल सकें।

उद्घाटन समारोह में जिला कोरिया की कलेक्टर चंदन संजय त्रिपाठी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत आशुतोष चतुर्वेदी, मुस्कान फाउंडेशन के निदेशक डॉ. ब्रजेश मित्तल, अभिषेक सिंह और जितु तालुकदार उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के वक्ताओं ने बताया कि यह पहल माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की भावना के अनुरूप है, जो विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण, नवाचार और कौशल आधारित शिक्षा को बढ़ावा देती है। माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के गतिशील नेतृत्व में यह नीति अब छत्तीसगढ़ में जमीनी स्तर पर लागू होकर विद्यार्थियों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोल रही है।
नव स्थापित “स्पेस स्किल लैब” विद्यार्थियों के लिए अनुभवात्मक शिक्षा का केंद्र बनेगी — जहां वे अंतरिक्ष परियोजनाओं, खगोल अवलोकन, रॉकेट मॉडलिंग और उपग्रह आधारित अध्ययन जैसे प्रयोगों में भाग ले सकेंगे। यह लैब छत्तीसगढ़ के भावी वैज्ञानिकों, विचारकों और नवप्रवर्तकों को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

उल्लेखनीय है कि यह उद्घाटन स्पेस वीक 2025 (4 से 10 अक्टूबर) के अवसर पर किया गया, जिससे राज्य में अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति शिक्षा और नवाचार की भावना को और अधिक बल मिला है।