कवि डॉ कुमार विश्वास ने छत्तीसगढ़ी हास्य कवि पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे के निधन पर जताया शोक
रायपुर, 26 जून 2025 : छत्तीसगढ़ी भाषा और संस्कृति के प्रख्यात हास्य कवि तथा पद्मश्री से सम्मानित डॉ. सुरेंद्र दुबे का आज निधन हो गया। उनकी मृत्यु ACI अस्पताल में इलाज के दौरान हुई, जहां उनकी अचानक बिगड़ी तबीयत के बाद उन्हें भर्ती कराया गया था। इस दुखद समाचार ने साहित्य और कला जगत को गहरा झटका दिया है।

प्रसिद्ध हिंदी कवि डॉ. कुमार विश्वास ने अपने ट्वीट के माध्यम से डॉ. दुबे को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने लिखा, “छत्तीसगढ़ी भाषा व संस्कृति के वैश्विक राजदूत, मुझे सदैव अनुजवत स्नेह देने वाले, बेहद जिंदादिल मनुष्य, कविश्रेष्ठ पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे जी का निधन सम्पूर्ण साहित्य-जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। मेरे हृदय के रायपुर का एक हिस्सा, आपकी अनुपस्थिति को सदैव अनुभव करेगा भैया।” इसके साथ ही उन्होंने डॉ. दुबे के परिवार, विशेष रूप से @ashutoshdubeyji
को इस दुख को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की।

डॉ. सुरेंद्र दुबे का जीवन और योगदान
डॉ. सुरेंद्र दुबे, जो एक आयुर्वेदिक चिकित्सक भी थे, का जन्म 8 अगस्त 1953 को छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के बेमेतरा में हुआ था। उन्होंने अपनी हास्य रचनाओं और मंच प्रस्तुतियों से छत्तीसगढ़ी भाषा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनकी पांच पुस्तकों और टेलीविजन शो में उनकी सक्रियता ने उन्हें एक लोकप्रिय व्यक्तित्व बनाया। 2022 के एक समाज-भाषावैज्ञानिक सर्वेक्षण (Boehm) के अनुसार, छत्तीसगढ़ी, जो 1.625 करोड़ लोगों द्वारा बोली जाती है, पूर्वी हिंदी भाषा परिवार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और डॉ. दुबे इसके सांस्कृतिक प्रतीक थे।
साझा यादें और श्रद्धांजलि
डॉ. कुमार विश्वास और डॉ. सुरेंद्र दुबे के बीच गहरा रिश्ता था, जिसकी झलक उनकी साझा तस्वीर में देखी जा सकती है। तस्वीर में डॉ. विश्वास परंपरागत पोशाक में और डॉ. दुबे सफेद सूट में नजर आ रहे हैं, जो उनके बीच की मित्रता को दर्शाती है। सोशल मीडिया पर उनके प्रशंसकों ने भी शोक व्यक्त करते हुए ॐ शांति और नमन के संदेश दिए।

अंतिम प्रार्थना
डॉ. सुरेंद्र दुबे के निधन से साहित्य प्रेमियों में शोक की लहर है। उनके परिवार और प्रशंसकों के लिए यह क्षति असहनीय है। ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को शांति मिले और उनके परिजनों को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान हो।